वाल्मिकी समाज ने डॉ.भीमराव अंबेडकर जी कि प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर मनाया सविधान दिवस
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नीमच – वाल्मीकि समाज जिला नीमच के तत्वाधान मे संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर जी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सविधान दिवस मनाया गया इस अवसर पर महादलित परिसंघ के प्रदेश महामंत्री रोहित नरवाले सविधान निर्माता डॉ भीम भीमराब अम्बेडकर द्वारा निर्माण धीन सविधान पर प्रकाश डालते हूए बताया की सविधान दिवस हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता इसी दिन भारत के संविधान के मसौदे को अपनाया गया थाl 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेंशन 9 दिसम्बर 1947 को आयोजित हुआ इसमें संविधान सभा में 207 सदस्य थे सविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर बाबा साहेब थे जिन्हें भारत के सविधान का निर्माता भी कहा जाता है सविधान सभा के सदस्यों के हाथ से लिखी गई दो कॉपीयो(हिन्दी और अंग्रेजी )पर हस्ताक्षर किए
भारत के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने भारतीय सविधान के रूप मे दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया है यह दुनिया के सभी सविधानो को परखने के बाद बनाया गया इसे विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है जिसमे 448अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल है यह हस्तलिखित संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल है इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक्त लगा था
सविधान की प्रस्तावन का वचन एडवोकेट पार्षद शशि कुमार कल्याणी द्वारा किया गया इस अवसर पर महादलित परिसंघ के प्रदेश महामंत्री रोहित नरवाले, पार्षद व अधिवक्ता शशि कुमार कल्याणी, वाल्मीकि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव उमेश कल्याणी, समाजसेवी गोपाल नरवाले, अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव, अशोक सौदे, पवन पथरोड, ऋषि कालोसिया, रामू राम डागर,राजू नकवाल,लोकेश खरे वा वाल्मीकी समाजजान युवा साथी उपस्थित थे !
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